संझरा-मिंझरा
लक्ष्मण मस्तुरिया के खण्ड काव्य : सोनाखान के आगी
लिखे-पढ़े के सुख कोनो भी देस-राज के तरक्की के मूल म भासा. संस्कृति अउ जनम भुंई के महात्तम माने जाथे। एकर बिना कोनो भी किसम के विकास प्रगति बढ़ोत्तरी अकारथ होथे। छत्तीसगढ़ राज नई बनेरिस वो समे बीर नरायेन सिंह के ए बीरगाथा सुनके नौजवान मन के मन म भारी जोस अउ आत्म गौरव के […]
कहा नहीं : छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह
कहा नहीं (छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह) कुबेर प्रथम संस्करण: 2011 आवृत्ति: 300 सर्वाधिकार: लेखकाधीन मूल्य: 125 रु. प्रकाशक: प्रयास प्रकाशन सी – 62, अज्ञेय नगर, बिलासपुर ( छ.ग. ) दूरभाष – सचल: 09229879898 भूमिका : कथात्मकता से अनुप्राणित कहानियाँ समीक्षा : सौंदर्य भी है और सुगंध भी 01 आज के सतवन्तिन: मोंगरा 02 बाम्हन चिरई 03 […]
गरीबा महाकाव्य (चौंथा पांत : लाखड़ी पांत)
धरती माता सबके माता-सब ले बढ़ के गाथा । मोर कुजानिक ला माफी कर मंय टेकत हंव माथा।। अन्न खनिज अउ वृक्ष हा उपजत तोर गर्भ ले माता । सब प्राणी उपयोग करत तब बचा सकत जिनगानी ।। “”कहां लुका-भागे डोकरा? तोला खोजत हन सब कोती सुन्तापुर के सब छोकरा । कहां लुका भागे छोकरा…? […]